जैसे हर आँसू, मोती की बूँद बन रहा था। जैसे हर आँसू, मोती की बूँद बन रहा था।
एक नहीं है लाभ अनेक सबको यह समझाएँ फल फूल ईंधन और प्राण वायु सब वृक्षों से ही तो पाए एक नहीं है लाभ अनेक सबको यह समझाएँ फल फूल ईंधन और प्राण वायु सब वृक्षों...
मालिक की जेबें भर जाये, जनता हो रही कंगाल। मालिक की जेबें भर जाये, जनता हो रही कंगाल।
ईंधन है, एक वरदान। इसे बर्बाद न करो नादान। ईंधन है, एक वरदान। इसे बर्बाद न करो नादान।
मेथल हाइड्रा जीन, द्रवित, हाइड्रोजन काम में आता।। मेथल हाइड्रा जीन, द्रवित, हाइड्रोजन काम में आता।।
आप इसके साथ क्या करते हैं यह आपके ऊपर है। आप इसके साथ क्या करते हैं यह आपके ऊपर है।